सिविल सर्जन के मार्गदर्शन में शनिवार को हिसार रोडीज द साइकिलिंग क्लब के सदस्य व सिविल सर्जन ऑफिस सदस्यों ने 20 किलोमीटर तक साइकिलिंग कर विश्व साइकिल दिवस मनाया। साइकिल दिवस मनाने का उद्देश्य साइकिल के महत्व को समझाते हुए स्वास्थ्य और पर्यावरण को होने वाले फायदों को लेकर जागरूक करना है।
यह जानकारी देते हुए एनसीडी उप सिविल सर्जन डॉ सुभाष ख़तरेजा ने बताया कि लोगों को पर्यावरण बचाने और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने के लिए सात साल पहले 5 व्यक्ति जिनमें डॉ अरुण, डॉ सुभाष ख़तरेजा, निशांत मेहता, शशि बलोदा, मनोज गुप्ता ने हिसार रोडीज द साइकिलिंग क्लब के नाम से समूह बनाया और साइकिलिंग की शुरुआत की। पर्यावरण बचाने के साथ खुद के शरीर को फिट करने के लिए साइकिल मददगार बन चुकी है। इस समय समूह के 275 सदस्य हो चुके हैं। 50 से ज्यादा सदस्य रोजाना 30 किलोमीटर साइकिलिंग कर लोगों को पर्यावरण शुद्ध रखने का संदेश दे रहे हैं।

उन्होंने बताया कि लोगों को साइकिल की उपयोगिता समझाने और इसे इस्तेमाल में लाने के उद्देश्य से हर साल 3 जून को विश्व साइकिल दिवस मनाया जाता है। साइकिलिंग व्यायाम करने का सबसे आसान और मजेदार तरीका है। रोजाना आधे घंटे के लिए साइकिल की सवारी करने से करीब 300 किलो कैलोरी बर्न की जा सकती है। आज के युग में साइकिल के पहिये पर जिंदगी दौड़ रही है। इससे वजन घटने के साथ हृदय संबंधी जोखिम कम हो जाते हैं।
डॉ खतरेजा ने बताया कि सुबह पांच बजे राजगढ़ रोड पर हिसार रोडीज द साइकिलिंग क्लब के सदस्य एकत्रित होते हैं। वहीं से कभी राजगढ़ रोड, कभी सिरसा रोड तो कभी दिल्ली रोड पर दो घंटे साइकिल करते हैं। इस ग्रुप में शामिल 18 साल से लेकर 61 साल की उम्र तक के लोग साइकिलिंग करते हैं। ग्रुप के सदस्यों का कहना है कि बचपन में साइकिल चलाने का शौक था। मगर आज वह शरीर को फिट रखने के लिए साइकिलिंग कर रहे हैं। साइकिल चलाने से फेफड़े तो स्वस्थ रहते ही हैं साथ ही मोटापा कम करने में भी साइकिल अहम भूमिका निभाती है।
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