हरियाणा के होनहार विद्यार्थियों को सम्मानित करने की कड़ी में राह ग्रुप फाउंडेशन के तत्वावधान में स्थानीय दे दादा धर्मशाला में आयोजित सम्मान समारोह में 27 से अधिक स्कूलों के 722 टॉपर्स को अवार्ड ऑफ एक्सीलेंस से सम्मानित किया गया। इस दौरान स्टेट व दोनों ब्लॉकों के टॉपर्स को विशेष रूप से सम्मानित किया गया। सम्मान समारोह में हरियाणा ओलम्पिक संंघ के महासचिव बिजेन्द्र लोहान व खण्ड शिक्षा अधिकारी देवेन्द्र कुमार बतौर मुख्यअतिथि मौजूद रहे, जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता केश कलां एवं कौशल विकास बोर्ड के निदेशक एवं राह ग्रुप फाउंडेशन के चेयरमैन नरेश सेलपाड़ ने की।

इस सम्मान समारोह में उपासना सीनियर सेकेंडरी स्कूल नारनौंद, बाल ज्योति सीनियर सेकेंडरी स्कूल बुड़ाना, सृष्टि इंटरनेशनल स्पोर्ट्स स्कूल मोठ, स्वामी विवेकानंद स्कूल खेड़ी जालब, सर्वोदय सीनियर सेकेंडरी स्कूल राखी खास, टैगोर सीनियर सेकेंडरी स्कूल नारनौंद, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय पाली, राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय खेड़ी जालब, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कापड़ो, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय मिर्चपुर, संस्कृति मॉडल स्कूल नारनौंद सहित कुल 27 स्कूलों के कक्षा दसवीं एवं 12वीं में 70 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को अवार्ड ऑफ एक्सीलेंस प्रदान किए गए। राह ग्रुप फाउंडेशन के अवार्ड ऑफ एक्सीलेंस कार्यक्रम में इस अवसर पर लोहान गोत्र के राष्ट्रीय अध्यक्ष शमशेर लोहान, वरिष्ठ भाजपा नेता राजेंद्र लांबा, भाजपा खेल प्रकोष्ठ के महासचिव नरेश नैन, हिसार भाजपा कार्यालय के प्रभारी हेमंत शर्मा मसुदपुर, नारनौंद नपा के पूर्व चेयरमैन शमशेर सैनी, पार्षद सुनील बैरागी, मनीष भट्ट, सुरेश एमसी, अमरजीत लोहान, चांदी मान, जयपाल कोहाड़, नरेश पाली, डॉ ईश्वर बडाला, कुलदीप फौजी, विजय वाल्मीकि, प्रदीप राणा, विजेंद्र सिसाय,जय भगवान कौशिक, कृष्ण माजरा, एडवोकेट सुनील पनिहार, अनूप लोहान, अनिल दुहन, संदीप लोहान, दिनेश मोर, देवेंद्र व्यास सहित अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे।
रुचि के हिसाब से हो कैरियर का चयन:-
इस दौरान राह क्लबों की राष्ट्रीय सलाहकार सुदेश चहल पूनिया ने विद्यार्थियों को दसवीं व 12वीं के बाद के करियर विकल्पों की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को कैरियर विकल्पों को चुनते समय अपनी रुचि व क्षमताओं की ध्यान रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि दूसरों की देखा-देखी करियर विकल्पों का चयन अक्सर गलत साबित होता है। उन्होंने विभिन्न संकायों में विभिन्न दिशाओं में उपलब्ध विकल्पों की भी विस्तार से जानकारी दी।
बेटों पर भारी पड़ी बेटियां:
राह संस्था के इस सम्मान समारोह मे बेटियों का बोलबाला रहा। सम्मान प्राप्त करने वालों में 62 प्रतिशत अवार्ड अकेले बेटियों को मिले। खेलों के क्षेत्र में दिए गए 10 अवार्ड में से सात अवार्ड अकेले बेटियों ने ही जीते। इसी प्रकार सांस्कृतिक कार्यक्रमों के 90 फीसदी पुरस्कार भी बेटियों को ही मिले।
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