85 करोड़ रुपये का शराब घोटाला उजागर करने वाले हिसार के सैक्टर-13 निवासी टैक्सेशन इंस्पेक्टर दिनेश मेहरा ने बताया कि इस घोटाले को उजागर करने के परिणाम उन्हें खुद ही भुगतने पड़ रहे हैं हैडक्वार्टर पंचकूला शिफ्ट के अलावा अन्य तरीकों से उन्हें परेशान व प्रताडि़त किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उन्हें लगातार जान का खतरा बना हुआ है और उनके साथ किसी भी समय कुछ भी हो सकता है। वे बार-बार सरकार से सुरक्षा की गुहार लगा चुके हैं लेकिन अभी तक उन्हें सुरक्षा मुहैया नहीं करवाई गई है।
Also Read :-बाल विवाह पर प्रशासन की होगी बड़ी कार्रवाई, लाखो का जुर्माना, कारावास
अब उन्होंने इस संंबंध में मुख्यमंत्री से सुरक्षा की मांग की है और इसकी एक-एक प्रति डिप्टी सीएम, गृहमंत्री, पुलिस महानिदेशक, हरियाणा, पुलिस महानिरिक्षक, हिसार रेंज व जिला उपायुक्त हिसार, एसपी हिसार से उन्हें सुरक्षा दिए जाने की मांग की है। इससे पहले भी वे भी सुरक्षा की मांग कर चुके हैं लेकिन अभी तक उन्हें सुरक्षा नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि यदि उनके साथ कुछ भी होता है तो इसके लिए सरकार व प्रशासन जिम्मेवार होगा। उन्होंने बताया कि उन्हें सुरक्षा दिए जाने के संबंध में गृहमंत्री अनिल विज व अनुसूचित जाति आयोग के आदेशों की भी सरेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं और इनके आदेशों के बावजूद उन्हें सुरक्षा नहीं दी जा रही। दिनेश मेहरा वर्तमान में संयुक्त आबकारी व कराधान आयुक्त रेंज हिसार में बतौर कर निरीक्षक कार्यरत्त हैं।
Also Read :- छेड़छाड़ : घर पर अकेली थी लड़की, घर में घुस गांव के एक लड़के ने की छेड़छाड़,मामला दर्ज

Also Read :- यूनिवर्सिटी में चपड़ासी लगवाने के नाम पर युवक को लगाई मोटी चपत जानिए पूरा मामला
दिनेश मेहरा ने बताया कि उनका दो बार हार्ट का ऑपे्रशन हो चुका है और उन्हें पेस मेकर की मशीन लगी हुई है। मेडिकल आधार पर हैडक्वार्टर पंचकूला शिफ्ट को लेकर मैंने चंडीगढ़ हाई कोर्ट में मुकदमा दाखिल किया था लेकिन हाई कोर्ट ने मेरा केस खारिज कर दिया। ज्ञात रहे कि टैक्सेशन इंस्पेक्टर दिनेश मेहरा ने 85 करोड़ का शराब घोटाला उजागर किया है जिसके कागजात सबूत के तौर पर उनके पास है। दिनेश मेहरा ने बताया कि उन्होंने सभी सबूत विभाग व सरकार को ई-मेल व डाक के माध्यम से भेज दिए हैं लेकिन आरेापियों के विरुद्ध अभी तक न तो विभाग द्वारा और न ही हरियाणा सरकार द्वारा किसी भी कोई कार्यवाही अमल में लाई गई है। दिनेश मेहरा ने आरोप लगाया कि अब मुझे आशंका है कि इस मामले में संलिप्त उपरोक्त विभाग अधिकारी व शराब ठेकेदार फतेहाबाद इन प्रमाणों के आधार पर विभागीय जांच के बाद कानूनी कार्यवाही से बचने के लिए और उन सब सबूतों को पूरी तरह से मिटाने के लिए मुझ पर कभी भी हमला करके जान से मरवा सकते हैं। इसलिए मुझे लगातार अपने जीवन का खतरा बना हुआ है और मैं डर के साये में जी रहा हूँ

दिनेश महरा ने बताया कि उनके द्वारा उजागर इस शराब घोटाले के संबंध में विभाग के ईटीसी शेखर विद्यार्थी आईएएस द्वारा 10 जनवरी, 2022 को इस मामले की जांच के लिए एक कमेटी का गठन किया गया था। कमेटी ने इस मामले की जांच के लिए मुझे दिनांक 8 अगस्त 2022 को विभाग के मुख्यालय पंचकूला में बुलाया था। इस कमेटी की चेयरमैन के निर्देश पर मैंने शराब घोटाले से संबंधित सभी प्रमाण व दस्तावेज दिनांक 8 अगस्त 2022 को विभाग के मुख्यालय पंचकूला में व्यक्तिगत रूप से पेश होकर प्रस्तुत कर दिए हैं। मेरी सरकार गुहार है कि मुझे पुलिस सुरक्षा मुहैया करवाई जाए।
Also Read :- अब खुले मे शराब, अनैतिक कारोबार, युवाओं को पथभ्रष्ट करने का अब नहीं होगा व्यापार-एडीजीपी
About The Author














