VIN : हरियाणा सरकर के मंत्री अनूप धानक ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर किसानों के नाम पर राजनीति करने का आरोप लगाया है। श्रम मंत्री अनूप धानक ने कहा कि मुख्यमंत्री होते हुए भूपेंद्र हुड्डा 10 साल तक कभी किसी अनाज मंडी में नहीं गए और ना ही उन्होंने कभी मंडियों की व्यवस्था सुधारने या किसानों को फसल की कीमत जल्द दिलवाने के लिए कोई प्रयास किया, जबकि आज वे कुछ मंडियों में दिखावटी दौरा कर आधारहीन बातें कर रहे हैं और किसानों की आड़ में राजनीतिक रोटियां सेक रहे हैं। भूपेंद्र हुड्डा अनाज मंडियों में किसानों की समस्याएं नहीं बल्कि वोट ढूंढने जाते हैं।
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उन्होंने कहा कि प्रदेश के किसानों की कड़ी मेहनत की बदौलत इस वर्ष गेहूं का बंपर उत्पादन हुआ है और हमारे मेहनती किसानों ने कुदरत की मार के बावजूद देश के खाद्यान्न भंडार भर दिए हैं। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने 408 मंडियों के जरिए हर किसान की फसल कम से कम समय में और एमएसपी पर खरीदने के समुचित प्रबंध किए हैं। अब तक राज्य की मंडियों में लगभग 54 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीदा जा चुका है, जिसकी पेमेंट 48 से 72 घंटों के भीतर सीधे किसानों के खातों में की जा रही है। श्रम मंत्री अनूप धानक ने बताया कि इस साल गेहूं की खरीद के लगभग 9000 करोड़ रुपये हरियाणा के किसानों के खातों में भेजे जाएंगे, जिनमें से लगभग 5800 करोड़ रुपये अब तक भेजे भी जा चुके हैं।
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श्रम मंत्री ने याद दिलाया कि भूपेंद्र हुड्डा की सरकार के वक्त किसान 3-4 दिन तक मंडी में अपनी गेहूं बेचने के इंतजार में बैठे रहते थे और उन्हें कई रातें अनाज मंडी में गेहूं की ढेरी पर बिताने पड़ते थे जबकि आज हरियाणा के एक भी किसान को रात के वक्त अनाज मंडी में रुकने की जरूरत नहीं पड़ती। जहां पिछली सरकारों के वक्त किसानों को उनकी फसल की कीमत कई महीनों में और वो भी आढ़ती के माध्यम से पहुंचती थी वहीं आज 48 से 72 घंटे के भीतर उनके मोबाइल पर फसल के पैसे अकाउंट में पहुंचने का मैसेज आ जाता है। मंत्री अनूप धानक ने कहा कि भूपेंद्र हुड्डा को खेती और अनाज मंडियों में हो रहा सुधार और किसानों को मिल रही सहूलियत सहन नहीं हो रही। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री होते हुए भूपेंद्र हुड्डा ने ना कभी स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करवाने के लिए प्रयास किया, ना ही खुद की कमेटी की सिफारिशों को याद रखा।

श्रम मंत्री अनूप धानक ने कहा कि राज्य की मंडियों में उठान में अब तेजी आ गई है और आधे से ज्यादा गेहूं गोदामों में पहुंच चुका है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की तरफ से डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के आग्रह पर लस्टर लॉस और टूटे हुए गेहूं की खरीद की छूट मिलने के बाद मंडियों में गेहूं की आवक तेज हो गई थी जिसे खरीद एजेंसियों और अधिकारियों ने नियंत्रण में कर लिया है। मंत्री अनूप धानक ने कहा कि राज्य की हर मंडी से दिन रात गेहूं का उठान हो रहा है और अब किसी भी मंडी के बाहर गेहूं रखने की जरूरत नहीं है।
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