थाना सदर हिसार पुलिस ने फर्जी कंपनी बना धोखाधड़ी करने के मामले में आरोपी अमृतसर, पंजाब निवासी पंकज अरोड़ा को थाना सदर हिसार में आईपीसी की धारा 420/406/467/468/471/120B के तहत अंकित अभियोग संख्या 251 दिनाक 30.03.2016 में गिरफ्तार किया गया है।
उप निरीक्षक दिनेश कुमार ने बताया कि आरोपी पंकज अरोड़ा ने अन्य साथियों के साथ मिलकर सुंडावास निवासी सुरेंद्र सिंह के साथ धोखाधडी से 9 लाख 81 हजार 81 रुपए ठगे थे। उपरोक्त अभियोग में पहले एक आरोपी अमृतसर निवासी रविश को गिरफ्तार किया जा चुका हैं। अभियोग अंकित के उपरांत आरोपी पुलिस से बचने के लिए पंजाब की अलग अलग जगहों पर छिपता रहा। आरोपी को पेश अदालत कर जेल भेज दिया गया है। बाकी आरोपियों की तलाश जारी है।

गौरतलब है कि सुंडावास निवासी सुरेंद्र सिंह चंदन नगर, बालशमंद रोड हिसार पर एमएस गुडविल टी एंड इंडस्ट्रीज के नाम से फर्म थी। जिसमे वह चाय पैकिंग का काम करता था। 15.08.2014 को सुरेंद्र के पास आरोपी पंकज अरोड़ा और मदन गोपाल आए और इन्होने सुरेंद्र कुमार को बहुत सी कंपनियों का हवाला देकर सेल्समैन के तौर पर बहुत अच्छा अनुभव होने की बात कही। और कहा कि पंजाब में बहुत सी अच्छी पार्टियां है जिनसे हम आपका काम शुरू करवा देगें। पंकज अरोड़ा और मदन लाल दोनो आरोपियों ने सुरेंद्र कुमार की फर्म में बतौर सेल्समैन नोकरी ज्वॉइन कर ली।
6.09.2014 को उपरोक्त पंकज अरोड़ा और मदन लाल, सुरेंद्र कुमार के पास अमृतसर, पंजाब स्थित GL & son’s नामक फर्म के मालिक गुलज़ारी लाल को लेकर आए और कहा कि ये बहुत अच्छी फर्म है हम इसे अमृतसर में सुपर स्टॉकिस्ट बनाना चाहते है। GL & son’s नामक फर्म के मालिक गुलज़ारी लाल ने सुरेंद्र कुमार की कंपनी एमएस गुडविल टी एंड इंडस्ट्रीज के खाते में बतौर सिक्योरिटी 2 लाख रुपए भेजे। जिस पर सुरेंद्र कुमार ने 19 लाख 39 हजार 966 रुपए का मॉल GL & son’s नामक फर्म को अमृतसर भेजा और 58 हजार 760 रुपए कमीशन और गोदाम के किराए के लिए भेजे।
इसके बदले में GL & son’s नामक फर्म ने सुरेंद्र कुमार को कंपनी को 10 लाख 17 हजार 758 रुपए की पेमेंट की और एक अन्य फर्म के बिल भेज दिए। बाकी पेमेंट का समय आया तो कुछ समय बाद देने का बहाना कर आरोपी गोलमाल करते रहे। जांच में सामने आया कि जिस फर्म के बिल भेजे गए उस नाम की कोई फर्म थी ही नहीं। इस तरह से आरोपियों ने सुरेंद्र कुमार की फर्म से 9 लाख 81 हजार 81 रुपए की धोखाधडी की। सुरेंद्र कुमार की शिकायत पर उपरोक्त अभियोग अंकित किया गया था।
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