हरियाणा के हिसार में युवक द्वारा 11 एकड़ जमीन हड़पने का मामला सामने आया है। मृतक महिला के बेटे ने अपनी तीन बहनों का रिकॉर्ड खुद बुर्द कर दिया और खुद को जमीन का मालिक दिखा दिया। बाकायदा इसके लिए पंच से पुष्टि करवाकर जमीन अपने नाम भी करवा ली। आरोपी की बहन कमलेश को जब इस बात का पता चला तो उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस को की। इकोनॉमिक सेल ने अपनी जांच में धोखाधड़ी पाई और बेटे रामकुमार, अनिल और पंच राजेश के खिलाफ केस दर्ज किया है।
सोनीपत की कमलेश ने शिकायत दी कि उसकी माता मनभरी के नाम 11 एकड़ जमीन थी। उसकी माता का देहांत 22 जनवरी 2015 को हो गया था। उनकी मौत के बाद उनकी जमीन तीन बहनों कमलेश, विद्या देवी, बीरमती व भाई रामकुमार के नाम पर हो गई थी। कमलेश की सोनीपत में शादी हुई है, जबकि दूसरी की शादी झज्जर में हुई। तीसरी बहन बीरमती की मौत हो चुकी है।

भाई रामकुमार ने उसकी बहनों के हिसार से गैर हाजिर होने का फायदा उठाकर नानू नंबरदार, अनिल व पूर्व सरपंच दिलबाग, पिन्नी तथा तत्कालीन पटवारी से सांठ गांठ करके खुद को मनभरी का एकमात्र वारिस दिखा दिया। दोनों बहनों की मौजूदगी दिखाकर उनके हिस्से की जमीन का भी झूठा शपथ पत्र देकर, पटवारी से मिलकर फर्जी इंतकाल कर लिया।
साथ ही एक महीने के अंदर ही पांच एकड़ जमीन को अपनी एक सहयोगी जिले सिंह व संदीप की पत्नी सोना देवी, ममता के नाम बयाना करके लेन देन कर लिया। जबकि इनके साथ उसका पैसों का कोई लेन देन नहीं हुआ। यह फ्रॉड केवल जमीन हड़पने के लिए किया गया। कमलेश ने सभी के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत दी।
हिसार की इकोनॉमिक सेल ने अपनी जांच में पाया कि रामकुमार ने 19 अप्रैल 2021 को अपनी मां का मृत्यु प्रमाण पत्र पेश कर खुद को इकलौता वारिस बताया। इसकी तस्दीक पंच राजेश कुमार ने की। जांच में सामने आया कि इस मामले में नंबरदार नानू राम व पूर्व सरपंच दिलबार हिसार तहसील में नहीं आए। पुलिस ने अपनी जांच में पाया कि रामकुमार ने अनिल और राजेश के साथ मिलकर तीनों बहनों के हिस्से की जमीन हड़पने की साजिश रची।
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