विश्व हिन्दू महासंघ के राष्ट्रीय सचिव समाजसेवी हरीश वर्मा ने निकटर्वी गांव हिंदवान में स्थित सेवार्थ गौरखनाथ अखाड़ा एवं गौशाला में गौमाता की सेवा हेतु योगी राजकुमार नाथ राष्ट्रीय संगठन मंत्री की गरिमामयी उपस्थिति में स्वामी सुखदेवानंद महाराज को टै्रक्टर भेंट किया और इससे पूर्व गौमाता की पूजा अर्चना की। उन्होंने गौमाता के लिए सवामणी लगाई। इस मौके पर उन्होंने कहा कि जिस घर में गौ माता का पालन व सेवा होती है वहां के वास्तु दोष समाप्त हो जाते हैं। गौ माता मेंं तैंतीस कोटी (प्रकार) के देवी-देवताओं का वास होता है।
जिस जगह गौ माता आनंद से रंभाने लगे उस स्थान पर देवी देवता पुष्प वर्षा करते हैं। हिन्दू-सनातन धर्म प्रचार अभियान के दौरान हरीश वर्मा ने आश्रम मेें श्री श्री 108 श्री सुखदेवा नंद महाराज व साध्वी कमला नंद महाराज का आशीर्वाद लिया। उन्होंने विश्व हिंदू महासंघ शहरी व ग्रामीण एरिया में सनातन धर्म के प्रचार प्रसार को लेकर निकटवर्ती गांव हिन्दवान में कई धार्मिक कार्यक्रमों में की शिरकत।

उन्होंने सुखेदवानंद महाराज द्वारा गौरक्षा व गौसेवा के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि गौ माता की महिमा अपरंपार है। मनुष्य अगर जीवन में गौ माता को स्थान देने का संकल्प कर ले तो वह संकट से बच सकता है। मनुष्य को चाहिए कि वह गाय को मंदिरों और घरों में स्थान दे, क्योंकि गौमाता मोक्ष दिलाती है। पुराणों में भी इसका उल्लेख मिलता है कि गाय की पूँछ छूने मात्र से मुक्ति का मार्ग खुल जाता है। लोग पूजा-पाठ करके धन पाने की इच्छा रखते हैं लेकिन भाग्य बदलने वाली तो गौ-माता है। उसके दूध से जीवन मिलता है। रोज पंचगव्य का सेवन करने वाले पर तो जहर का भी असर नहीं होता और वह सभी व्याधियों से मुक्त रहता है। गाय के दूध में वे सारे तत्व मौजूद हैं जो जीवन के लिए जरूरी हैं। वैज्ञानिक भी मानते हैं कि गाय के दूध में सारे पौष्टिक तत्व मौजूद होते हैं।
मीरा जहर पीकर जीवित बच गई क्योंकि वे पंचगव्य का सेवन करती थी। उन्होंने कहा कि रोज सुबह गौ दर्शन हो जाए तो समझ लें कि दिन सुधर गया, क्योंकि गौ-दर्शन के बाद और किसी के दर्शन की आवश्यकता नहीं रह जाती। लोग अपने लिए आलीशान इमारतें बना रहे हैं यदि इतना धन कमाने वाले अपनी कमाई का एक हिस्सा भी गौ सेवा और उसकी रक्षा के लिए खर्च करें तो गौमाता उनकी रक्षा करेगी। इसलिए गौ दर्शन सबसे सर्वोत्तम माना जाता है।
इस मौके पर कुलदीप, दीपक लोहान, शिवकुमार, संजय विक्रम लितानी, रमेश कुण्डू, कपिल, सुरेंद्र, पूर्व सरपंच साधुराम झाझडिय़ा, गौशाला प्रधान रामप्रसाद झाझडिय़ा, निहाल सिंह रेपसवाल, हवासिंह पूनिया, बलराज बलौदा, कर्मबीर बाजीगर, रामश्ेवर खुंडिया, राजेंद्र झाझडिय़ा, पंच राजेंद्र झाझडिय़ा समाजसेवी, राकेश राकू, अनूप, नरेंद्र शर्मा, प्रवीण, चंद्रभान, सेठ रामपत नायक, महेंद्र दादारवाल, रोहतास रेपरवाल आदि मौजूद रहे।
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