पिरामिड स्प्रिच्युअल सोसायटी मूवमेंट की मास्टर वीना व उनकी टीम के द्वारा हरियाणा ध्यान यात्रा के तहत हिसार में ध्यान शिविर लगाया गया जिसमें 150 लोगों को ध्यान की प्रक्रिया सिखाई गई और आत्म ज्ञान दिया गया। शिविर में मुख्य अतिथि के रूप में मूवमेंट के सीनियर मास्टर ध्यान रत्न पी.वी. राम राजू विशाखापट्टनम से और ब्रह्मऋषि मास्टर रचना गुप्ता लुधियाना से पहुंचे। हिसार में सैक्टर-14 बुधला संत मंदिर में पूरे विश्व को ध्यान जगत, पिरामिड जगत और शाकाहार जगत बनाने के लक्ष्य से ब्रह्मर्षि सुभाष पत्री द्वारा शुरू किए गए इस आध्यात्मिक कार्य को सब तक पहुंचाने के लक्ष्य से इस शिविर का आयोजन किया गया।

मास्टर रचना ने बताया कि ध्यान के द्वारा हम अपनी सभी बीमारियों को ठीक कर सकते हैं तथा आत्म उन्नति के लिए अग्रसर हो सकते हैं। ध्यान सभी को जरूर करना चाहिए क्योंकि यह हमारे तन-मन-आत्मा को आनंदित करता है और हमें मानसिक व शारीरिक रूप से स्वस्थ रखता है जिससे हम अपनी आत्मा की उन्नति करके अपने जन्म को सफल बना सकते हैं। पी.वी. राम राजू ने आत्मज्ञान में फाईव फिंगर कांसेप्ट बताया जिसमें शरीर, मन, बुद्धि, आत्मा और सर्वात्मा बनने के सभी चरण की व्याख्या की तथा सभी को ध्यान की प्रक्रिया के बारे में बताया।
उन्होंने बताया कि ध्यान कब, कैसे, क्यों, कहां और कितने समय करना चाहिए। उन्होंने बताया कि आत्मा की उन्नति के लिए कभी न कभी किसी न किसी जन्म में हमें ध्यान करना ही पड़ेगा इसलिए इसकी शुरूआत इसी जन्म में अभी से करें। शिव जी, हनुमान जी, कृष्ण जी, राम जी सबने ध्यान के द्वारा ही सर्वात्मा की अवस्था को पाया है। उन्होंने बताया कि ध्यान हमें विचारों से छुटकारा दिलाकर चेतना के उच्चतम स्तर तक ले जाता है।

शिविर की आयोजक मास्टर वीना जो कि दो वर्षों से मुफ्त ध्यान सेवा ऑन लाईन और ऑफ लाइन दे रही हैं उन्होंने भी आत्म जागृति व आत्म उद्देश्य के साथ जुडक़र आत्म उन्नति की ओर बढऩे के लिए कहा। पिरामिड मैडिटेशन हिसार केंद्र हिसार 1317, सैक्टर-14 में यह सेवा नि:शुल्क उपलब्ध करवाई जाती है। शिविर में भोजन शिवयोग के मास्टर रूबल तथा मोनिका पियूष द्वारा वितरित किया गया। शिविर के दौरान हिसार के अलावा हांसी, सिरसा व आसपास के क्षेत्रों से आए ध्यानियों ने अपने अनुभव सांझा किए जो काफी आश्चर्यजनक थे।
चित्र सहित।
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