हिसार : ब्लू बर्ड टूरिस्ट कॉम्प्लेक्स के कांफ्रेंस हॉल में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत एक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में बतौर मुख्यातिथि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान की सलाहकार डॉ उषा गुप्ता व डॉ कश्मीर सिंह ने शिरकत की। सलाहकार डॉ उषा गुप्ता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वर्ष-2015 में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान को शुरू करने के कारणों, उसके उद्देश्यों और सरकार द्वारा किये जाने वाले प्रयासों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान को सफल बनाने के लिए हरियाणा सरकार की ओर से मुख्यमंत्री नायब सिंह के नेतृत्व में सराहनीय कदम उठाए जा रहे हैं।
सरकार की ओर से बेटियों का भविष्य सुरक्षित करने के लिए अनेक योजनाएं क्रियान्वित की जा रही हैं। घटते लिंगानुपात में वृद्धि करने तथा इस अभियान को और अधिक सफल बनाने के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य तथा महिला एवं बाल विकास विभाग को आपसी तालमेल बनाकर कार्य करना होगा क्योंकि इस अभियान को सफल बनाने में मुख्य रूप से उक्त तीन विभागों की अहम भूमिका है।

डॉ उषा गुप्ता ने संबंधित क्षेत्र के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारियों से उनके क्षेत्र की कम लिंगानुपात होने के कारणों के बारे में भी जानकारी ली और उन्हें लिंगानुपात बढ़ाने के लिए अधिक से अधिक प्रयास करने के निर्देश दिए। उन्होंने निर्देश दिए कि लिंगानुपात में सुधार लाने के लिए गर्भवती महिलाओं की गर्भ ठहरने की शुरुआत से ही लगातार ट्रेकिंग व मॉनिटरिंग की जाए और लोगों को कन्या भ्रूण हत्या न करवाने बारे अधिक से अधिक जागरूक किया जाए। इस कार्य के लिए उन्होंने ग्राम स्तर पर वीएचएससी की मीटिंग करने, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम, कन्या भ्रूण हत्या जैसे अपराधों में न शामिल होने बारे महिलाओं और विवाहित जोड़ों को जागरूक करने के लिए दिशा-निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि गांव स्तर पर आंगनवाड़ी स्थित हैं, उनमें काम करने वाली कर्मचारी उसी गांव में रहती है, जो लोगों की सोच में बच्चों के लिंग भेदभाव को खत्म करने में महत्वपूर्ण योगदान दे सकती हैं। गर्भवती महिलाओं को जल्द से जल्द पंजीकरण कराने, गर्भ में लिंग जांच करवाने बारे में जागरूक कर सकती हैं। उन्होंने कहा कि अगर किसी वर्कर के संज्ञान में आता है कि अमुक व्यक्ति लिंग जांच करवाने का अनैतिक काम करता है तो उसकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग को दें ताकि संबंधित लोगों के खिलाफ सख्त कार्यवाही अमल में लाई जा सके।

वरिष्ट चिकित्सा अधिकारी एवं पीएनडीटी के नोडल अधिकारी डॉ. प्रभु दयाल ने अवगत करवाया कि जिले में वर्ष 2015 में जन्म पर लिंग अनुपात 886 था, जो कि वर्ष 2023 के अंत तक 914 हो गया। उन्होंने बताया कि हिसार के विभिन्न क्षेत्रों के लिंग अनुपात की भी समीक्षा की गई। ब्लॉक खांडा खेड़ी का लिंगानुपात 1070 के चलते जिले में सबसे ऊपर रहा। इस अवसर पर प्रधान चिकित्सा अधिकारी डॉ रत्ना भारती, सिविल सर्जन डॉ सपना गहलावत, जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ अनीता दलाल, वरिष्टतम उप-जिला न्यायवादी पवनवीर, जिला शिक्षा अधिकारी प्रदीप नरवाल, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी निर्मल दहिया, जिला मुख्यालय उप पुलिस अधीक्षक विजय पाल, अतिरिक्त वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ अनिल आहूजा, डॉ अनामिका बिश्नोई, डॉ तरुण, डॉ सुभाष खतरेजा, डॉ लता सांगवान, डॉ रीना जैन, जिले की सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी शामिल रहे।
About The Author














