हरियाणा के हिसार में आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं प्रवक्ता मनोज राठी ने कहा है कि हांसी पुलिस मूर्ति प्रकरण को टटलू गैंग से जोड़कर मामले को घुमा रही है जबकि सच्चाई यह है कि हांसी पुलिस ने इस मामले में जनता का टटलू काट दिया है। उन्होंने कहा कि जिस मामले में पुलिस की भूमिका संदेह के घेरे में हो, वहां पर कुछ भी हो सकता है।

मनोज राठी आज अपने कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उनके साथ मूर्ति प्रकरण में पकड़े गए व एडीजीपी को शिकायत देने वाले बबलू की मां मुन्नी देवी भी उनके साथ उपस्थित थी। मनोज राठी ने मूर्ति में सोने की पहचान करने वाले ज्वैलर्स विवेक पाटिल व बबलू की आडियो रिर्काडिंग भी पेश की, जिसमें दोनों की बातचीत में 14 लाख के लेन देन व मूर्ति में 80 प्रतिशत सोने का जिक्र है। मनोज राठी ने कहा कि आडियो रिर्काडिंग में साफ होता है कि मूर्ति सोने की थी क्योंकि एक टुकड़ा मूर्ति से काटा गया था और वह टुकड़ा जब विवेक पाटिल ने चैक किया तो 80 प्रतिशत सोने का बताया था।
उन्होंने कहा कि हांसी सीआईए ने सोने की मूर्ति का पता चलने पर ही मूर्ति छीनकर बबलू को छोड़ा था और विवेक पाटिल इस रिर्काडिंग में साफ बोल रहा है कि उसने 14 लाख रुपये सीआईए को दिए हैं। पूरी रिकॉडिंग सुनने से साफ पता चलता है कि मूर्ति सोने की थी और मामले पर पर्दा डालने के लिए बबलू को फंसाया गया है। विवेक पाटिल खुद हांसी सीआईए के साथ आरोपी है लेकिन हांसी पुलिस ने उसे शिकायतकर्ता बना दिया।

इस अवसर पर उपस्थित बबलू की माता मुन्नी देवी ने कहा कि उसका बेटा निर्दोष है, उसने कभी कोई गलत काम नहीं किया। उन्होंने मांग की कि मामले की निष्पक्ष जांच के लिए घटना की शुरूआत से लेकर अंत तक हांसी एसपी, सीआईए, अन्य अफसर, ज्वैलर्स व बबलू की कॉल डिटेल निकलवाई जाए और हांसी एसपी जो शक के घेरे में हैं, उनका तुरंत तबादला किया जाए।
About The Author














