जागो मानव-बनो इंसान’ संस्था के अध्यक्ष सामाजिक कार्यकर्ता गंगापुत्र राजेश हिन्दुस्तानी का कटे-फटे व खराब दशा में तिरंगों को ससम्मान उतारने का अभियान जारी है। राजेश हिन्दुस्तानी ने शहर के अनेक स्थानों पर ऐसे तिरंगों को ससम्मान उतारकर अपने पास रखा। उन्होंने रामपुरा मोहल्ला, सैनियान मोहल्ला, डोगरान मोहल्ला, शिव चौक, विजय नगर, डाबड़ा चौक, सब्जी मण्डी, कुम्हारान मोहल्ला, रेवले रोड आदि कई जगह पर अगस्त से लगे पुराने तिरंगों को उतारा और हिसार में कई जगह लोगो को तिरंगे के सम्मान के बारे में जागरुक किया।
मां गंगा देवी हिन्दुस्तानी जनेसवा कार्यालय रामपुरा मोहल्ला में भी लोग पुराना, कटा-फटा तिरंगा राजेश हिन्दुस्तानी को देकर जाते हैं ताकि तिरंगे का सम्मान हो सके। राजेश हिन्दुस्तानी कई जगह तीसरी और चौथी मंजिल चढक़र भी खुद मैले, पुराने, तिरंगे उतार रहे हैं। राजेश हिन्दुस्तानी कई जगह हाई वोल्टेज तारों का खतरा और कई जगह उपर चढऩे के रास्ते नहीं होने पर राजेश हिन्दुस्तानी तिरंगा प्रेम और जूनून और तिरंगे के सम्मान के लिए हर जोखिम उठा रहे हैं कई लोगों को तो याद तक नहीं कि घर पर तिंरगा लगा है या नहीं। कई लोग हिन्दुस्तानी को सहयोग करते हैं क्योंकि वे कहते हैं कि हिन्दुस्तानी तो तिरंगे के लिए तन-मन-धन से समर्पित हैं। हिन्दुस्तानी ने कहा कि सरकार ने हर घर तिरंगा मुहिम तो चलाई लेकिन लोगों को तिरंगे के नियमों, सम्मान व मर्यादा के बारे में जागरुक नहीं किया जिससे राष्ट्रीय ध्वज का घोर अपमान हुआ और कूड़े तक में तिरंगा पड़ा हुआ मिला। उन्होंने कहा कि देश की आन-बान-शान हमारे राष्ट्रीय ध्वज की यह हालत देखकर उनका दिल रो उठता है और उन्हें बेहद पीड़ा होती है।
राजेश हिन्दुस्तानी पिछले 12 वर्षों से खुद हाथ में तिरंगा झंडा रोजाना कई घंटे रखते हैं और हर समय उसके सम्मान का ख्याल व मर्यादा का पालन करते हैं। वहीं वे स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस के कार्यक्रमों के दौरान व अन्य कहीं भी इधर-उधर फेंके गए तिरंगे झंडो को सम्मानपूर्वक उठाकर रखते हैं। यहीं नहीं वे कूड़े व रोड पर पड़े हुए तिरंगे भी उठाकर अपने साथ ले आते हैं ये उनकी मुहिम 2009 से जारी है और अब तक सैकड़ों झंडों का ससम्मान मंत्र जाप कर अग्नि समर्पित कर उसकी रखकर बहते जल में प्रवाहित कर चुके हैं। हिन्दुसतानी ने कहा कि आम लोगों, नेताओं, अफसरों तक को तिरंगे की मर्यादा व सम्मान का पता तक नहीं क्योंकि सरकार ने तिरंगे लगवा तो दिए परंतु जागरुकता के अभाव में लोगों ने तिरंगा कूड़े तक में डाले और कटे-फटे तो बहुत जगह लगे रहे जबकि पिछले काफी समय से हिन्दुस्तानी ने लोगों से अपील करके वो तिरंगे उतरवाकर ससम्मान अपने साथ लिए कुछ लोगों ने अपने घर पर सम्मान सहित रख लिए। आशा, ललिता, सुनीता, रेखा, विद्या, ललित, मनीष, मोनू, रमेश, सोनू आदि ने इस कार्य में सहयोग किया।

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