चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (हकृवि) हिसार के प्रधान वैज्ञानिक एवं कृषि मौसम विज्ञान विभाग के पूर्व अध्यक्ष डॉ. सुरेंद्र सिंह धनखड़ को स्लोवेनिया की राजधानी ल्युब्ल्याना में जून माह में होने वाली वैश्विक कृषि सूखा वर्गीकरण प्रणाली विषय पर लेखन कार्यशाला में विषय विशेषज्ञ के तौर पर आमंत्रित किया गया है। विश्व मौसम संगठन द्वारा आयोजित इस कार्यशाला में डॉ. सुरेंद्र सिंह धनखड़ एशिया महाद्वीप का प्रतिनिधित्व करेंगे। इस उपलब्धि पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बी.आर. काम्बोज ने डॉ. सुरेंद्र सिंह धनखड़ को बधाई दी।

कुलपति ने कहा कि डॉ. सुरेंद्र सिंह धनखड़ का स्लोवेनिया की राजधानी ल्युब्ल्याना में जून माह में होने वाली वैश्विक कृषि सूखा वर्गीकरण प्रणाली विषय पर आयोजित लेखन कार्यशाला में विषय विशेषज्ञ के तौर पर आमंत्रित होना भारत देश के लिए गौरव की बात है। इसके अलावा हरियाणा राज्य व एचएयू संस्थान के लिए भी यह बड़े हर्ष का विषय है। उन्होंने बताया कि डॉ. सुरेंद्र धनखड़ कृषि मौसम विज्ञान से संबंधित कृषि सूखा निगरानी प्रणाली, दृष्टिकोण, प्रभावों, संभव कृषि घाटा और विश्व मौसम विज्ञान संगठन के विभिन्न क्षेत्रों में तैयारियों के मूल्यांकन के लिए अपना योगदान देंगे। वे विश्व स्तर पर एशिया महाद्वीप का प्रतिनिधित्व करेंगे।
उन्होंने बताया कि विश्व मौसम विज्ञान संगठन के इस तकनीकी आयोग का उद्देश्य सभी उपयोगकर्ता, समुदायों और समाज द्वारा सामाजिक, आर्थिक लाभों की सूचना देने और निर्णय लेने में सक्षम बनाने के लिए विश्व स्तर पर सामंजस्यपूर्ण मौसम, जलवायु, जल, महासागर और पर्यावरण से संबंधित सेवाओं व अनुप्रयोगों के विकास तथा कार्यान्वयन के लिए योगदान करना है। उन्होंने बताया कि डॉ. सुरेंद्र सिंह धनखड़ को हाल ही में स्विट्जरलैंड के जेनेवा स्थित विश्व मौसम विज्ञान संगठन की नव सुधार आयोग आधारित कृषि की स्थायी समिति में कृषि मौसम विज्ञान विशेषज्ञ सदस्य के रूप में शामिल किया गया है जिसका कार्यकाल वर्ष 2024 तक होगा। उन्होंने बताया कि इस आयोग में चयन के लिए उनका नाम भारत सरकार के पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय द्वारा अनुमोदित किया गया था।
इस आयोग में चयनित होने वाले डॉ. सुरेंद्र सिंह धनखड़ देशभर के कृषि विश्वविद्यालयों से एकमात्र कृषि मौसम विज्ञानी हैं। उन्होंने बताया कि लगभग तीन दशको से वैज्ञानिक के तौर पर कार्यरत डॉ. सुरेंद्र सिंह धनखड़ इंटरनेशनल सेंटर फॉर ट्रॉपिकल फिजिक्स, इटली, थर्ड वल्र्ड एकेडमी ऑफ साइंस के तहत ब्राजील व यूरेशिया पैसेफिक यूनिनेट के तहत ऑस्ट्रिया में विजिटिंग साइंटिस्ट भी रहे, इसके अलावा वे मानव संसाधन मंत्रालय भारत सरकार के स्पार्क प्रोजेक्ट जोकि स्विट्जरलैंड के सहयोग से चलाया जा रहा है, बतौर प्रिंसिपल इन्वेस्टीगेटर कार्यरत हैं। डॉ. धनखड़ कृषि मौसम वैज्ञानिकों के प्रतिष्ठित जर्नल ऑफ एग्रोमेटोरोलॉजी के प्रबंध संपादक भी रह चुके हैं। इस अवसर पर ओएसडी डॉ. अतुल ढींगड़ा व अनुसंधान निदेशक डॉ. जीतराम शर्मा ने भी डॉ. धनखड़ को बधाई दी
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