101 पूर्व सैनिकों एवं वीर नारियों को किया सम्मानित
सैनिकों का दर्जा भगवान के समान: नरेश सेलपाड़
पूर्व सैनिक हमारी आन-बान-शान: नरेश सेलपाड़
हांसी-हिसार। राह ग्रुप फाउंडेशन के नेशनल चेयरमैन नरेश सेलपाड़ ने कहा है कि भारतीय सेना को सबसे कठिन और बड़े युद्धों पर जीत हासिल करने के लिए जाना जाता है, साथ ही हमारे सैनिक भगवान की तरह ही हमारी रक्षा करते हैं, इसलिए इनका दर्जा भगवान से किसी भी रुप में कम नहीं है। वे राह ग्रुप फाउंडेशन एवं हरियाणा आइस स्केटिंग के तत्वावधान में गांव माय्यड स्थित होली फेथ कॉन्वेंट स्कूल में पूर्व सैनिक सम्मान समारोह के दौरान बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे।

कार्यक्रम के दौरान होली फेथ कॉन्वेंट स्कूल के विद्यार्थियों ने कविताएं, गीत और सांस्कृतिक नृत्य प्रस्तुत करके सभी का मन मोह लिया। इस दौरान हरियाणा को जानो प्रतियोगिता के प्रतिभागियों एवं शिक्षा, खेल एवं सांस्कृतिक क्षेत्र में सराहनीय उपलब्धि हासिल करने वाले विद्यार्थियों को भी सम्मानित किया गया। इससे पहले आंगनवाड़ी वर्कर, आशा वर्कर, स्वास्थ्य कर्मियों सहित दूसरे राष्ट्रीय सेवा कर्मियों को भी सम्मानित किया गया। इस दौरान हिसार आइस स्केटिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष रामअवतार वर्मा, मॉर्निंग स्टार स्कूल माय्यड के निदेशक सुरेश कुमार रोहिल्ल, पी.सी.एस.डी. स्कूल झमोला के निदेशक विनोद पानू, होली फेथ आईटीआई के प्राचार्य अमित सैनी, होली फेथ कॉन्वेंट स्कूल की सह-निदेशक सुमन पुनिया, मनीष, संतोष यादव, कविता, प्रियंका, बुलबुल, नीतू, आकांक्षा, सपना सहित अध्यापकगण एवं ग्रामीण मौजूद रहे।
राह संस्था वर्तमान एवं पूर्व सैनिकों में कोई अंतर नहीं समझती, इसलिए उनकी संस्था ने वर्तमान के साथ-साथ पूर्व सैनिकों को सम्मानित किया है। इस दौरान समाजसेवी एवं सृष्टि इंटरनेशनल स्कूल मोठ के निदेशक अनूप लोहान बतौर अति विशिष्ठ अतिथि मौजूद रहे, जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व सूबेदार चरण सिंह मलिक एवं होली फेथ कॉन्वेंट स्कूल के निदेशक मनोज पूनिया ने संयुक्त रुप की। यह जानकारी देते हुए स्कूल की प्राचार्या मंजू भठ्ठी ने बताया कि कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती वंदना के बाद भारत माता की तस्वीर के समक्ष दीप प्रज्वलित कर एवं राष्ट्रीय गीत के साथ किया गया। इस सम्मान समारोह में माय्यड़, भगाना, हिसार केंट, सातरोड खास, सातरोड कला एवं सातरोड खुर्द के 101 पूर्व सैनिकों, वीर नारियों, आंगनवाड़ी, आशा वर्कर सम्मान को अंग वस्त्र एवं शाल भेंट कर सम्मानित किया गया।
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