रोड बचाओ संघर्ष समिति का धरना धरना लगातार 13वें दिन भी जारी रहा। आज धरने पर समिति अध्यक्ष ओ.पी. कोहली की अध्यक्षता में सभी ग्रामीणों ने एकजुट होकर फैसला लिया कि जिन विधायकों ने हिसार-बरवाला रोड मुद्दे पर ग्रामीणों को अपना समर्थन व साथ नहीं दिया है, सोमवार से शुरू हो रहे विधानसभा सत्र में भाग लेने जा रहे उन विधायकों को ग्रामीण काले झंडे दिखाकर अपना विरोध जताएंगे। समिति अध्यक्ष ओ.पी कोहली ने बताया कि धरने पर लगातार विभिन्न राजनीतिक, सामाजिक संगठनों, खाप व अन्य संस्थाओं के प्रतिनिधियों का आकर समर्थन देना लगातार जारी है। उन्होंने कहा कि सरकार की मनमानी व तानाशाही अधिक दिन तक नहीं चलने वाली, धरना पूरे जोर-शोर से चल रहा है और जब तक सरकार ग्रामीणों को समिति द्वारा सुझाया गया सबसे छोटा व सीधा सडक़ मार्ग नहीं दे देती उनका संघर्ष निरंतर जारी रहेगा।

उन्होंने बताया कि धरने के 13वें दिन धरने पर भारतीय किसान यूनियन के युवा प्रदेश अध्यक्ष रवि आजाद अपने अनेक साथियों के साथ समर्थन देने पहुंचे और कहा कि सरकार मनमानी और तानाशाही पर उतर आई और उसे आम जनता की परेशानियों से कोई लेना-देना नहीं है। भाकियू पूरी तरह से ग्रामीणों के साथ है सरकार को हर हाल में ग्रामीणों को स्थायी सडक़ मार्ग देना होगा। धरने पर सतेंद्र सहारण जिला अध्यक्ष युवा कांग्रेस, पगड़ी संभाल जट््टा से संदीप सिवाच अपने अनेक साथियों के साथ समर्थन के लिए पहुंचे। कोहली ने बताया कि सोमवार को धरने को समर्थन देने दीपेन्द्र हुड्डा पहुंच रहे हैं। इसके अलावा धरने पर मुख्य रूप से रामनिवास घोड़ेला पूर्व विधायक, भूपेन्द्र गंगवा, शकुंतला जाखड़ जनवादी महिला समिति अध्यक्ष, सुरेंद्र मान कर्मचारी नेता, केवल कृष्ण ठेेकेदार, समालखा से विजेंद्र छोकर, भाकियू युवा जिला अध्यक्ष रामकेश नैन, धोला जेवरा भाकियू जिला अध्यक्ष, एनएसयूआई के पूर्व जिला अध्यक्ष अमरजीत डांगरा, तलवंडी राणा नंबरदार राधेश्याम कोहली, प्रिंयका प्रदेश प्रवक्ता किसान संघर्ष समिति, कविता सरपंच खरकड़ा व प्रदेश अध्यक्ष महिला किसान मोर्चा संघर्ष समिति, प्रदीप कोहली, मास्टर सूबे सिंह सिराधना सहित काफी संख्या में लोगों व आस-पास के ग्रामीणों ने पहुंचकर समर्थन दिया। गांव की दूधिया यूनियन ने धरने को समर्थन देते हुए धरना संचालन हेतु स्वेच्छा से 25 हजार रुपये की राशि प्रदान की। धरने पर महिलाओं की उपस्थिति भी सराहनीय रही और अनेक महिला पदाधिकारियों ने धरने पर पहुंच कर अपना समर्थन दिया।
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