चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार में 21वीं ऑल इंडिया इंटर एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटीज स्पोटर्स एंड गेम्स मीट 2022-23 प्रतियोगिता का शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बी.आर काम्बोज मुख्य अतिथि थे, जबकि भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली के उप-महानिदेशक (शिक्षा) डॉ. आर.सी. अग्रवाल विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। इस प्रतियोगिता में देशभर से कृषि विश्वविद्यालयों, पशुचिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालयों तथा भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् के शिक्षण संस्थानों की लगभग 65 टीमों के 2464 से अधिक खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। मुख्यातिथि ने मार्चपास्ट की सलामी ली।

कुलपति प्रो. बी.आर काम्बोज ने अपने संबोधन में कहा कि खेलों में सिर्फ मैडल की संख्याओं को बढ़ाना ही हमारा लक्ष्य नहीं है बल्कि हमें ऐसा वातावरण बनाना है जहां खेल हमारी जिंदगी का एक अहम हिस्सा बन जाए। खेल हमारी शारीरिक व मानसिक क्षमताओं को निखारते हैं। खेल व व्यायाम हमारे जीवन में बहुत महत्वपूर्ण मूल्यों का संचार करते हैं जिनमें अनुशासन, कड़ी मेहनत और बेहतर करने की इच्छा को बढ़ावा देना शामिल है। आज का युवा कल का लीडर होगा और समाज को आगे ले जाने का काम करेगा। इसलिए यह हमारा दायित्व बनता है कि युवाओं को ज्यादा से ज्यादा खेलकूद प्रतियोगिताओं में शामिल होने के लिए प्रेरित करें। खेलकूद हमारे जीवन को पूर्ण रूप से बेहतर व अच्छा स्वास्थ्य बनाने में मदद करता है और युवाओं में एक साथ काम करने की इच्छा शक्ति को बढ़ाता है।

कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि डॉ. आर.सी. अग्रवाल ने बताया कि खेल और व्यायाम हमारे सामाजिक जीवन में बेहतर अनुभव देते हैं जिसमें एक साथ काम करना, शिष्टाचार, अच्छे चरित्र का निर्माण और मित्रता करने जैसी भावना विकसित होती है। जो विद्यार्थी खेलों के साथ सुचारू रूप से जुड़े रहते है वे किसी भी व्यस्न व बुरी आदतों में नहीं पड़ते व उनकी कार्यशैली व जीवनशैली बेहतर रहती है। खेलों के साथ-साथ मेडिटेशन को सहपाठ्यक्रम में शामिल करने के लिए आईसीएआर विशेष तौर से सभी कृषि विश्वविद्यालयों में विद्यार्थियों को ट्रेनिंग देने की योजना बना रहा है। उन्होंने विश्वविद्यालय में उपलब्ध अंतरराष्ट्रीय स्तर की खेल सुविधाओं की प्रशंसा की व इसमें बढ़ चढक़र भाग लेने की अपील की। उन्होंने बताया कि खेलकूद हमें जीवन में आने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए शक्ति प्रदान करता है। इसलिए उन्होंने सभी लोगों को अपने व्यस्त जीवन में से हर रोज कम से कम 30 मिनट शारीरिक व्यायाम करने के लिए प्रेरित किया।

कार्यक्रम की शुरूआत में विश्वविद्यालय छात्र कल्याण निदेशक डॉ. अतुल ढ़ींगडा ने सभी अधिकारियों व प्रतिभागियों का स्वागत किया। मंच का संचालन डॉ. सुशील लेगा ने किया।
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