हिसार 12 फरवरी : एग्रीकल्चर युनिवर्सिटी नॉन टीचिंग स्टाफ एसोसिएशन व अनुसूचित जाति, जनजाति कर्मचारी संघ तथा सफाई कर्मचारी संघ इन तीनों यूनियन की एक संयुक्त बैठक हुई। बैठक में विभिन्न मुद्दों पर गंभीरता से चर्चा की गई। लेबर एक्ट द्वारा बनाई गई एसोसिएशन जिसकी बोर्ड ऑफ मैनेजमेंट से किसी प्रकार की कोई मान्यता प्राप्त नहीं है जबकि सोसायटी एक्ट द्वारा बनाई गई एसेासिएशन को पूर्ण मान्यता प्राप्त है लेकिन लेबर एक्ट के कुछ एक लोगों द्वारा 200-200 रुपये की पर्चियां काटी जा रही हैं जो कि बिल्कुल गलत और असंवैधानिक है। सोसायटी एक्ट द्वारा गठित एसोसिएशन की मान्यता है जिसकी मैंबरशिप मात्र 100 रुपये है। चौ. चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बी.आर. कांबोज के कुशल नेतृत्व में विश्वविद्यालय में नियुक्तियां, पदोन्नतियां ए प्लस ग्रेड युनिवर्सिटी का श्रेय भी प्रो. बी.आर. कांबोज को जाता है। लेबर एक्ट एसोसिएशन के स्वयंभू प्रधान दिनेश राड़, उसकी कार्यकारिणी व उनके लोगों व कुछ बाहरी तत्वों ने मिलकर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बी.आर. कांबोज की छवि को पहले भी खराब किया था और अब फिर ऐसा ही प्रयास कर रहे हैं।
दिनेश राड़ के साथ मुख्य सुरक्षा अधिकारी सुखबीर बिश्नोई समझौता करके लैबर एक्ट यूनियन का प्रधान बनना चाहता है। तीनों यूनियनें मुख्य सुरक्षा अधिकारी को यह चेतावनी देना चाहती है कि मुख्य सुरक्षा अधिकारी अपने दायरे में रहें और इस तरह की घिनौनी हरकत न करंे। ऐसी हरकत कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जो ग्रुपों में उन्हें सीधे मैसेज डाल रहे हैं जबकि सुखबीर बिश्नोई को ज्ञात होना चाहिए कि मामला माननीय न्यायालय में विचाराधीन है तो वह लेबर एक्ट को सही बता रहा है जबकि यही मुख्य सुरक्षा अधिकारी सुखबीर बिश्नोई छह महीने पहले इसी लैबर एक्ट यूनियन को गलत साबित कर रहा था।
बैठक में एग्रीकल्चर युनिवर्सिटी नॉन-टीचिंग स्टाफ एसोसिएशन के प्रधान सुनील कुमार, महासचिव राजकुमार गंगवानी, अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति के महासचिव नवीन सभ्रवाल, सफाई कर्मचारी युनियन के प्रधान कालूराम व महासचिव चन्द्र बोस, कैलाश जैदिया, जोगिंद्र ठाकुर, सुरेंद्र राणा, ओमप्रकाश, सुनील पंडित, बंटी, जगदीश, बीर कुमार, छत्रपाल, वीरपाल आदि उपस्थित थे।

About The Author














