स्वामी दीप्तानंद कन्या गुरुकुल घिराय का 23वां वार्षिक उत्सव गुरुकुल परिसर में बड़ी धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि विनोद भ्याणा उपस्थित हुए जिन्होंने अपने संबोधन में कहा कि गुरुकुल छात्राओं की शिक्षा, संस्कार और सांस्कृतिक कार्यक्रम को देखकर वे काफी अभिभूत हुए हैं। उन्हें गर्व है कि हांसी हलके में बेटियों की इतनी व्यवस्थित गुरुकुल शिक्षण संस्था है जो शिक्षा के साथ-साथ वैदिक धर्म का भी प्रचार कर रही है और छात्राओं को आधुनिक शिक्षा भी दी जा रही है।

उन्होंने गुरुकुल में कम्प्यूटर सेंटर व सिलाई सेंटर का उद्घाटन भी किया। साप्ताहिक महायज्ञ की पूर्ण आहुति को छात्राओं के वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ महायज्ञ के ब्रह्मा अर्थात इन्द्र देव शास्त्री ने विधिवत पूर्ण करवाया। गुरुकुल संचालक स्वामी कृष्णानंद महाराज ने अपने संबोधन में महायज्ञ के महत्व पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे समाज सेवी समुद्र सिंह लाठर ने कहा कि ग्रामीणों को गुरुकुल जैसे शिक्षण संस्थान को राजनीति से दूर रखना चाहिए और सभी को गुरुकुल के लिए भरपूर सहयोग देना चाहिए। छात्राओं ने ‘हर-हर शंभु’, ‘जगत चेतना हूं अनादि अनंता आदि प्रस्तुतियां देकर समां बांधा। कार्यक्रम में उपस्थित सभी व्यक्तियों ने छात्राओं की प्रतिभा व उनकी प्रस्तुति की जमकर तारफ की।

विशिष्ट अतिथि स्वामी राघवानंद ने अपने उद्गार व्यक्त करते हुए कहा कि अवूधत स्वामी दीप्तानंद महाराज तपस्या की मूर्ति थे उन्हीं के आशीर्वाद से अनेक कठिनाइयां आने पर भी संस्था प्रगति पर अग्रसर है। इस गुरुकुल को आगे बढ़ाने में आचार्या बहन सुनीता देवी कठोर मेहनत कर रही हैं। छात्राओं की उल्लेखनीय प्रतिभा उनके सकारात्मक प्रयासों का स्पष्ट प्रमाण है। आज वार्षिकोत्सव में विधायक विनोद भ्याणा ने कम्प्यूटर कक्ष तथा सिलाई सेंटर का उद्घाटन किया है इससे पता चलता है कि गुरुकुल आधुनिक शिक्षा तथा तकनीकी शिक्षा के प्रति बहुत जागरुक है जिसकी वर्तमान समय में बहुत आवश्यकता है।

मेरी शुभकामनाएं गुरुकुल के साथ हैं। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विधायक विनोद भ्याणा, कार्यक्रम अध्यक्ष समुद्र सिंह लाठर व विशिष्ट अतिथि स्वामी राघवानंद ने गुरुकुल को आश्वासन दिया कि गुरुकुल के लिए हर प्रकार की मदद के लिए हर समय मौजूद रहेंगे। इसके उपरांत भंडारे की व्यवस्था की गई।
इस अवसर पर स्वामी कृष्णानंद गुरुकुल संस्थापक एवं संचालक का सानिध्य रहा व विधायक विनोद भ्याणा, स्वामी राघवानंद डेरा निरजन जीन्द, स्वामी मंगलानंद संत आश्रम चांग, स्वामी दर्शन गिरी, गुरुकुल प्राचार्या बहन सुनीता, आचार्य आत्म प्रकाश गुरुकुल कुंभा खेड़ा, मुख्य अधिष्ठाता मान सिंह पाठक, संस्कृत विद्यापीठ गुरुकुल आर्यनगर एवं भजनोपदेशक सुनील शास्त्री, गुरुकुल प्रधान अजीत बसंल हांसी व भगवान दास खरड़ पूर्व चीफ टूरिजम विशेष रूप से उपस्थित रहे।
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