इंटरनेट के सुरक्षित और जिम्मेदार उपयोग को बढ़ावा देने तथा नागरिकों को साइबर खतरों से बचाने के उद्देश्य से हर साल फरवरी के दूसरे मंगलवार को सुरक्षित इंटरनेट दिवस मनाया जाता है।
एनआईसी हिसार की ओर से जिला स्तर पर विभिन्न जागरूकता कार्यशालाओं का आयोजन किया गया, जिनका मुख्य उद्देश्य नागरिकों को साइबर सुरक्षा और इंटरनेट स्वच्छता के प्रति शिक्षित करना था। इस उद्देश्य हेतु गुरु गोरखनाथ राजकीय महाविद्यालय हिसार एवं लघु सचिवालय स्थित जिला सभागार में विशेष जागरूकता कार्यशालाएं आयोजित की गईं। इन कार्यशालाओं में सरकारी अधिकारियों, शिक्षकों, विद्यार्थियों और आम नागरिकों को साइबर सुरक्षा से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान की गईं। डीआईओ दीपक भारद्वाज ने बताया कि इस पहल का उद्देश्य नागरिकों को साइबर स्वच्छता, प्रमुख साइबर खतरों और प्रभावी सुरक्षा उपायों के प्रति जागरूक बनाना है। 1930 पर कॉल करके साइबर धोखाधड़ी संबंधी शिकायत दी जा सकती हैं। कार्यशालाओं में फिशिंग अटैक, साइबर बुलिंग, डेटा प्राइवेसी, पासवर्ड सुरक्षा, सोशल मीडिया सुरक्षा और ऑनलाइन धोखाधड़ी जैसे विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई। प्रतिभागियों को यह भी सिखाया गया कि वे किस प्रकार साइबर हमलों से बच सकते हैं और इंटरनेट का सुरक्षित व सकारात्मक उपयोग कर सकते हैं।
कार्यशाला के दौरान डीआईओ ने बताया कि डिजिटल युग में इंटरनेट हमारी जिंदगी का अभिन्न हिस्सा बन गया है, लेकिन इसके साथ ही साइबर अपराध, फर्जी कॉल, ऑनलाइन फ्रॉड और डेटा चोरी जैसी समस्याएं भी बढ़ रही हैं। ऐसे में, सशक्त डिजिटल नागरिक बनने और इंटरनेट का जिम्मेदारीपूर्वक उपयोग करने की जरूरत है।एडीआईओ ने सभी से निम्नलिखित सुरक्षा उपाय अपनाने की सलाह दी जैसे मजबूत पासवर्ड और टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन का उपयोग, अनजान लिंक और ईमेल पर क्लिक करने से बचें, संवेदनशील जानकारी ऑनलाइन साझा करने में सतर्कता बरतें, सोशल मीडिया पर अपनी गोपनीयता सेटिंग्स को नियमित रूप से अपडेट करें, संदिग्ध वेबसाइटों और एप्लिकेशनों से बचें इत्यादि।सुरक्षित इंटरनेट दिवस के अवसर पर इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा एक राष्ट्रव्यापी जागरूकता अभियान शुरू किया गया हैं। इस अभियान का उद्देश्य सुरक्षित ऑनलाइन प्रथाओं को बढ़ावा देना और साइबर खतरों से निपटने के लिए नागरिकों को तैयार करना है।
लघु सचिवालय स्थित जिला सभागार में आयोजित कार्यशाला के दौरान एडीआईओ ज्योति ने साइबर स्वच्छता की अवधारणा को भी समझाया, जो इंटरनेट उपयोगकर्ताओं के लिए एक महत्वपूर्ण पहलू है। यह डिजिटल प्लेटफॉर्म पर सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक उपायों का एक सेट है, जिसे हर नागरिक को अपनाना चाहिए। जागरूकता कार्यशाला के दौरान एडीआईओ ज्योति ने कहा कि हर नागरिक को डिजिटल दुनिया में अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए। उन्होंने बताया कि भविष्य में भी जिला प्रशासन द्वारा ऐसे जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, ताकि अधिक से अधिक लोगों को इंटरनेट का सुरक्षित और जिम्मेदार उपयोग सिखाया जा सके।
इस मौके पर गुरु गोरखनाथ राजकीय महाविद्यालय हिसार के प्राचार्य डॉ. विवेक सैनी, एडीआईओ ज्योति, डॉ. मुकेश, डॉ. संजीव सहित अनेक शिक्षक, विद्यार्थी उपस्थित रहे।


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