25 सदस्यों की दल की टीम पौने चार सो किलोमीटर की यात्रा में लोगों को जागरुक करेगे
-वन्य जीवो की रक्षा करने पोली थीन का इस्तेमाल न करने आवाहन किया
हिसार। पर्यावरण व जीवों की रक्षा के लिए प्रकृति का न करे हरण आओ बचाओ पर्यावरण के मुद्दे को लेकर पर्यावरण चेतना मंच के अध्यक्ष व आबकारी कराधान विभाग के सेवानिवृत अधिकारी अनिल विश्नोई द्वारा सांरगपुर आदमपुर से गुरु जंभेश्वर महाराज के मंदिरों से आज यात्रा शुरू की गई है। यात्रा की शुरुआत गांव के मंदिरों से बडे धूम धाम की गई और महिलाओं ने धार्मिक गीतों से फेरी लगाकर मंदिरों में पूजन के बाद की गई।
इस यात्रा में 25 लोग शामिल है और यह यात्रा बीस फरवरी को नोखा मुकाम मुकित धाम में गुरु जंभेश्वर भगवान के मंदिर में पहुचेगी।
यात्रा 17वीं यात्रा है
इसका उद्देश्य लोगों को वन्य जीवों पर्यावरण के प्रति जागरुक करना है पैदल यात्रा के माध्यम से लोगों को नुक्कड़ सभाओं के जरिए जागरुक किया जाएगा। पर्यावरण चेतना मंच के अध्यक्ष अनिल बिश्नोई ने बताया कि 1986 से 16 पैदल यात्रा कर चुके हैं इस वर्ष यह यात्रा 17वीं यात्रा है।यात्रा के माध्यम से लोगों को पौधे लगाने, पोलीथीन का इस्तेमाल न करने वन्य जीवो की रक्षा करने के बारे में जागरुक किया जाएगा। उन्होंने बताया कि संस्था के माध्यम से अब तक हजारो पौधे लगाए थे जो अब पेड़ बन चुके है। स्कूलों कालेजो में उनकी संस्था जागरुता अभियान चला रही है।
सारंगपुर में बर्ड टावर बनाया हुआ
इसके साथ ही वे घायल पक्षियों पशुओ का ईलाज करते है आंधी में घायल पक्षियों को ईलाज करते है गांव सारंगपुर में बर्ड टावर बनाया हुआ जिसमें 2500 अलग नस्लो के पक्षी रहते है इसमें ग्रामीणों के सहयोग से पक्षियों को दाना पानी खिलाने कार्य किया जाता है।
वे लोगो को पक्षियों की सुरक्षा के लिए वह चिड़िया बचाओ अभियान के तहत 10 हजार घोंसले निशुल्क बांट चुके है।
हरे भरे पेड़ो की कटाई जा रही है
पर्यावरण चेतना मंच के अध्यक्ष ने कहा कि राजस्थान में आज कल सोलर प्लांट खेतो में लगाए जा रहे है जिसके कारण भारी मात्रा में हरे भरे पेड़ो की कटाई जा रही है उनकी राजस्थान सरकार से मांग है कि पेड़ो की कटाई पर रोकथाम लगानी चाहिए। वे यात्रा के माध्यम से राजस्थान के लोगों को भी जागरूक करने का काम करेगे।
यात्रा आदमपुर के सारंगपुर से चलेगी और आदमपुर से होते भादरा, सरदारशहर, डूंगरगढ़ से होते हुए मुक्ति धाम मुकाम नोखा बीकानेर पहुचेगी। यात्रा में सहयोग व प्रेरणा उनकी धर्मपत्नी डा. शारदा, डा. आयुष, व अभी बिश्नोई का रहता है। पौन चार सौ किलोमीटर चलने वाली यात्रा मेंं पंछी राम, अमर सिंह अजीत सुरजा राम सतपाल, रमेश रामस्वरूप, भगत राम मनोहर, रोहित, सुनील, पवन हनुमान रामकुमार, नरेंद्र परीक्षित शैलेंद्र सतीश अमरजीत ज्याणी, इंद्रपवार,रमेश, रामकुमार सहित चौबीस लोग शामिल है।

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