हिसार : ओशो सिद्धार्थ फाउंडेशन के तत्वाधान में समर्थगुरु संघ हिसार ने अपने कौशिक नगर स्थित साधना केंद्र में संडे ध्यान का कार्यक्रम आयोजित किया। आज का सेशन आचार्य दिनेश ने लिया। उन्होंने सुप्रभात ध्यान करवाया और बताया कि सुबह का समय हमारे दिन की दिशा तय करता है। जैसे सूर्य की पहली किरण नई ऊर्जा का संचार करती है, वैसे ही ध्यान (मेडिटेशन) हमारे मन और आत्मा को शांति प्रदान करता है। ध्यान केवल एक क्रिया नहीं, बल्कि जीवन को सही दिशा में ले जाने का एक साधन है। जब हम सुबह के शांत और पवित्र वातावरण में ध्यान करते हैं, तो हमारे मन की उलझनें धीरे-धीरे समाप्त होने लगती हैं। यह हमें दिनभर के तनाव और चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार करता है।
सुप्रभात ध्यान से हमारा मस्तिष्क तनावमुक्त होता है और हम स्पष्ट सोचने लगते हैं। इससे शारीरिक स्वास्थ्य सही रहता है। यह रक्तचाप को नियंत्रित करता है और हृदय को स्वस्थ बनाता है। नियमित ध्यान से हम अपनी भावनाओं पर नियंत्रण पा सकते हैं और ध्यान से हम अपने अंदर झांक सकते हैं तथा अपने वास्तविक स्वरूप को पहचान सकते हैं। सुप्रभात ध्यान के प्रकार और तकनीकें विभिन्न हो सकती हैं और यह आध्यात्मिक गुरु या आध्यात्मिक शिक्षक के मार्गदर्शन में किया जाता है। यह ध्यान प्रणाली शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक विकास को प्रोत्साहित करने के लिए प्रभावी मानी जाती है, लेकिन इसे अनुभव करने के लिए धैर्य, समर्थन और प्रशिक्षण की आवश्यकता होती है।

ज्ञात हो कि प्रत्येक रविवार सुबह 7 से 9 बजे ओशोधारा मैत्री संघ अपने साधना केंद्र मिर्जापुर रोड, कौशिक नगर में ध्यान के कार्यक्रम का आयोजन करता है, जोकि सभी के लिए नि:शुल्क होता है और प्रशिक्षित आचार्य ही वो ध्यान का सेशन लेते हैं। ध्यान के बाद ओशोधारा हरियाणा के संयोजक आचार्य सुभाष ने साधकों को सम्बोधित करते हुए बताया कि समर्थगुरु धारा के कार्यक्रम वैज्ञानिक और आध्यात्मिक दृष्टि से प्रमाणिक है और ध्यान को घर-घर तक पहुंचाने के उद्देश्य से हर सप्ताह पूरे देश में ध्यान योग का कार्यक्रम तय किया गया है। हाल में तीन दिवसीय ध्यान योग के कार्यक्रम का हिसार के अलावा पूरे देश में एक साथ 30 जगहों पर आयोजन किया गया जिसमें 1500 से अधिक साधकों ने समर्थगुरू से दीक्षा ली।
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