हिसार : नगर निकाय चुनाव को लेकर नियमानुसार हर पहलू पर पर्यवेक्षक भी नजर रखे हुए है। इसी कड़ी में एक बार फिर नगर निकाय चुनाव के खर्च ब्यौरा की जांच हेतू बैठक हुई है। बैठक में खर्च पर्यवेक्षक पुनीत शर्मा के अलावा डीईटीसी तरुणा लाम्बा, लेखा अधिकारी जगबीर सिंह, अशोक कुमार नेहरा सहित संबंधित अधिकारी मौजूद थे। इस दौरान निकाय चुनाव के उम्मीदवारों की तरफ से चुनाव में खर्च संबंधित ब्यौरा खर्च पर्यवेक्षक पुनीत शर्मा तथा संबंधित अधिकारियों के समक्ष पेश किया गया।
बैठक के दौरान खर्च संबंधित दस्तावेजों के रिकॉर्ड की चैकिंग की गई तथा कुछ उम्मीदवारों की तरफ से जो दस्तावेज दिखाएं गए उनमें खामियां भी मिली। इन खामियों में मुख्यत: परमिशन से संबंधित दस्तावेज एटैच ना होना तथा कुछ कार्य से संबंधित वाउचर एटैच नहीं थे। जिस पर अधिकारियों ने कहा कि इस प्रकार की खामीं नहीं होनी चाहिए। इसके साथ ही अगली बार बैठक में आने पर तमाम दस्तावेज पूरे लाने संबंधित निर्देश भी दिए है। अधिकारियों के अनुसार अगर कोई खर्च ब्यौरा की जांच नहीं करवाता हैं, तो राज्य चुनाव आयोग के नियमानुसार उन पर कार्रवाई होगी।

खर्च पर्यवेक्षक पुनीत शर्मा ने कहा कि निकाय चुनाव को लेकर उम्मीदवार खर्च संबंधित ब्योरा तय समय पर जमा करवाना सुनिश्चित करें। खर्च पर्यवेक्षक पुनीत शर्मा ने बताया कि निकाय चुनावों को निष्पक्ष एवं पारदर्शी बनाने के लिए चुनाव आयोग की तरफ से हर पहलू पर निगाह रखने के निर्देश जारी किए गए हैं। इसी के तहत उम्मीदवारों के चुनावी खर्च पर भी विशेष निगरानी रखी जा रही है।समय-समय पर निगम मेयर व पार्षद पद के प्रत्याशियों के चुनाव खर्च का विस्तृत मिलान किया जा रहा है। इस संबंध में अब 28 फरवरी को भी बैठक होगी, जिसमें उम्मीदवार अपने रिकार्ड चैक करवाएं।
उन्होंने कहा कि इलेक्शन में खर्च को लेकर चुनाव आयोग की हिदायतों के अनुसार लिमिट तय हैं, ऐसे में खर्च ब्यौरे का मिलान किया जाता है। बैठक के दौरान उपस्थित उम्मीदवारों अथवा उनके प्रतिनिधियों को हिदायत दी गई हैं कि करवाये गये कार्य अथवा खर्च के संबंध में नियमानुसार परमिशन भी साथ में अटैच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य चुनाव आयोग की हिदायतों की पालना सभी उम्मीदवारों के लिए अनिवार्य है।
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